रविवार, फ़रवरी 28, 2010

ऐ बिरसा मुंडा भगवान --सुजान पंडित

सुन कर मत घबरा जाना तुम, ऐ बिरसा मुंडा भगवान| 
तेरा झारखण्ड मरणासन्न है, भेज रहा हूँ ये पैगाम||
तुने जो देखे थे सपने, उसमें लग गए कीड़े फफुंदी| 
नेता अफसर मिलकर सारे उनको डीनर लंच करा दी|| 
राज्य को हो गया फ़ूडपोइजिनिंग, और खुद हो गए पहलवान --- 
सुन कर मत घबरा जाना तुम, ऐ बिरसा मुंडा भगवान ---
तेरे आदर्श दफ्न हो गए, तेरे ही संग मरघट में| 
औपचारिकताएँ बस दिखती, है सरकारी शिलापट में|| 
नामकरण शत् शत् करके, दिखलाते हम बिरसा संतान --- 
सुन कर मत घबरा जाना तुम, ऐ बिरसा मुंडा भगवान ---
तेरी प्रतिमा से दो कौवे, यह कहकर उड़ जाते हैं| 
सारे तंत्र ही गंदे है, हम साफ नहीं कर पाते हैं|| 
बिरसा चल किसी और प्रान्त में, यहाँ नहीं तेरा सम्मान --- 
सुन कर मत घबरा जाना तुम, ऐ बिरसा मुंडा भगवान ---
प्रकाशित : १५ नवम्बर २००९ - rachanakar.blogspot.com

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