मिलकर बाटें चिट्ठी हम सब एकता की।
मेरी चिट्ठी तेरे नाम, हिन्द के लोगों तुम्हें प्रणाम--
१) मेरा न कोई मंदिर मस्जिद, न गिरजा गरुद्वारा।
हम हैं एक खुदा के बंदे, एक है अपना नारा॥
चलो चलें हम बाटें--
२) पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, चारों दिशाएं अपनी है।
हिन्द का कोना कोना अपना, सब भाषाएं अपनी है॥
चलो चलें हम बाटें--
३) इस चिट्ठी में लिखी हुई है, विश्व शांति का संदेशा।
सारे विश्व के घर आंगन में, जोत जले भाई चारे का॥
चलो चलें हम बाटें--
प्रकाशित : २९ सितम्बर २००७ - rachanakar.blogspot.com
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